आरोपियों के खातों में पाया गया 6.33 करोड़ रुपये का लेनदेन
सिद्धबली न्यूज डेस्क
देहरादून। निवेश का झांसा देकर कंपनी के एक अभियंता से ठगों ने 80 लाख रुपये ठगी कर दी । अभियंता की शिकायत पर दो साइबर ठगों को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने खुद को इंद्रा सिक्योरिटी का कर्मचारी बताकर फर्जी फर्मों में धनराशि निवेश कराई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 12 फरवरी 2024 को अक्षय जैन निवासी मसूरी रोड ने एसटीएफ के पास शिकायत दर्ज कराई कि 12 नवंबर 2023 को एक अज्ञात व्यक्ति ने वाट्सएप पर मैसेज भेजकर एक ट्रेडिंग कंपनी से जुड़ने को कहा। बताया कि ट्रेडिंग करने पर उन्हें काफी मुनाफा होगा। लालच में आकर उन्होंने ट्रेडिंग कंपनी में धनराशि लगानी शुरू कर दी, जिसमें उन्हें लाभ भी हुआ। इसके बाद ठगों ने कहा कि वह इंद्रा सिक्योरिटी में काम करते हैं और उनकी कई फर्में हैं। फर्मों में ट्रेडिंग करने पर उन्हें इससे भी अधिक मुनाफा होगा। ठगों ने उन्हें एक एप भेजकर ग्रुप में जोड़ दिया। आरोपितों ने उन्हें विभिन्न फर्मों में निवेश कराया और 80 लाख रुपये ठग लिए।
शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना निरीक्षक विकास भारद्वाज के सुपुर्द की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि विवेचना में पता चला कि जिन मोबाइल नंबरों से शिकायतकर्ता को वाट्सएप कालिंग की गयी थी वह मुदस्सिर मिर्जा निवासी तुर्कमान गेट चांदनी महल दिल्ली से प्राप्त किए गए थे। 21 फरवरी को आरोपित मुदस्सिर मिर्जा को चांदनी महल क्षेत्र दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से लगभग 3000 सिम बरामद हुए थे। आरोपित ने कारपोरेट आइड़ी के नाम पर हजारों सिम जारी कराए थे, जिनका प्रयोग वाट्सएप पर अपने बिजनेस की मार्केटिंग करने के लिए करना बताया गया।
इसके लिए ठग ने मुंबई, बोरीवली में एक कार्यालय किराए पर लिया और अपने कारपोरेट आइडी पर अलग-अलग समय पर एयरटेल से कुल 29,000 और वोडाफोन-आइडिया के 16000 सिम कार्ड खरीदे। इन सिमों को उसने अपने विभिन्न एजेंटों को वितरित कर दिया। एसटीएफ ने जब गिरफ्तार आरोपित से गंभीरता से पूछताछ की तो उससे कई जानकारी हाथ लगी। पूछताछ में दो अन्य ठगों के बारे में जानकारी मिली। शुक्रवार को एसटीएफ की टीम ने दीपक अग्रवाल निवासी अंबेडकर गली, विश्वाश नगर दिल्ली और गौरव गुप्ता निवासी सकरपुर दिल्ली को आइटीओ दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। आरोपितों के पास से चार मोबाइल, एक सीपीयू, पांच डेबिट कार्ड, चेकबुक, पेनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस व अन्य दस्तावेज बरामद हुए।
खातों में पाया गया 6.33 करोड़ रुपये का लेनदेन
एसएसपी ने बताया कि आरोपितों के खातों की जांच करवाई गई तो उसमें 6.33 करोड़ का लेनदेन सामने आया है। गिरफ्तार दीपक अग्रवाल पूर्व में भी गुरुग्राम से एक जीएसटी प्रकरण में जेल जा चुका है। आरोपितों के खिलाफ देश भर में 38 शिकायतें दर्ज हैं। इनमें बिहार, दिल्ली, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, बंगाल, आंध्र प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिसा, झारखंड और तेलंगाना शामिल हैं।