बूट कैंप में छात्र छात्राओं ने सीखे उद्यमिता के गुर

राजकीय महाविद्यालय कोटद्वार में देवभूमि उद्यमिता योजनांतर्गत दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप का हुआ शुभारंभ

सिद्धबली न्यूज डेस्क

कोटद्वार। डॉ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटद्वार में उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान ,अहमदाबाद, गुजरात के सहयोग से चलायी जा रही देवभूमि उद्यमिता योजनांतर्गत दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप शुरू हो गया। जिसमें विभिन्न कॉलेज के 220 छात्र- छात्राओं द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर उद्यमिता के गुरु सीखे।

मंगलवार को कैंप का शुभांरभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डी० एस० नेगी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया। इस अवसर पर देवभूमि उद्यमिता योजना के महाविद्यालय नोडल अधिकारी डॉ. एस के गुप्ता ने बूट कैंप में आए हुए अतिथियों एवं विषय विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए परिचय कराया। उन्होंने स्टार्टअप बूट कैंप के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस दो दिवसीय बूट कैंप में छात्र- छात्राओं को कोटद्वार क्षेत्र की समस्याओं की पहचान करने तथा नवाचार , नवीनतम तकनीकों एवं आइडियाज के माध्यम से उनका समाधान करने , उद्यमिता एवं स्टार्टअप विकास के द्वारा रोजगार के अवसरों की संभावनाओं एवं सरकारी योजनाओं तथा फंडिंग के बारे में छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।  बताया कि इस बूट कैंप में कोटद्वार स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट एंड साइंसेज (IHMS) कॉलेज तथा भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा भी प्रतिभाग किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि कोटद्वार एवं आसपास के क्षेत्र के युवाओं को उद्यमिता, स्टार्टअप , कौशल विकास के प्रति जागरूक एवं प्रोत्साहित करने तथा स्थानीय संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग करके स्वरोजगार तथा स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।

स्टार्टअप बूट कैंप में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद से विषय विशेषज्ञ के रूप में आये डॉ. अवनीश कुमार ने कहा कि इस दो दिवसीय बूट कैंप में कोटद्वार क्षेत्र के युवाओं एवं छात्र-छात्राओं को उद्यमिता एवं स्टार्टअप के प्रति जागरूकता पैदा करने एवं स्वरोजगार के माध्यम से अपना भविष्य संवारने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर आईएचएमएस कॉलेज के देवभूमि उद्यमिता नोडल डॉक्टर नवीन किशोर ने बताया कि महाविद्यालय में देवभूमि उद्यमिता योजना के शुरू होने से महाविद्यालय ही नहीं बल्कि निकटवर्ती क्षेत्र के युवाओं में भारी उत्साह है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को नौकरी के साथ-साथ उद्यमिता एवं स्टार्टअप पर भी ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डी एस नेगी ने कहा कि महाविद्यालय में स्थापित उद्यमिता विकास केंद्र द्वारा उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी देवभूमि उद्यमिता योजना के क्रियान्वयन एवं सफल संचालन हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप के पश्चात इसी सत्र में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम भी महाविद्यालय में आयोजित किया जाएगा , जिसमें छात्र-छात्राओं को वृहद स्तर पर उद्यमिता विकास एवं स्टार्टअप शुरू करने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय को इस योजना के अंतर्गत उत्कृष्टता केंद्र बनाने हेतु प्रस्ताव उच्च स्तर पर प्रेषित कर दिया गया है । उन्होंने कहा कि देवभूमि उद्यमिता योजना कोटद्वार क्षेत्र के आर्थिक विकास में कारगर सिद्ध होगी तथा महाविद्यालय के साथ-साथ अन्य स्थानीय युवा भी इस योजना से लाभान्वित होंगे।

दो दिवसीय बूट कैंप के तकनीकी सत्र में भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद , गुजरात से विषय विशेषज्ञ के रूप में आये डॉ. अवनीश कुमार द्वारा उद्यमिता एवं स्टार्टअप से संबंधित विभिन्न विषयों पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से गहन जानकारियां दी गई । डॉ. अवनीश कुमार के द्वारा उत्तराखण्ड के स्थानीय युवाओं एवं छात्रों में प्रतिभा व कौशल की खोज करने , उद्यमिता और स्टार्टअप के प्रति जागरूकता बढ़ाने, उद्यमिता हेतु फंडिंग उपलब्ध करवाने, उद्यमिता आइडियाज, व्यवसायिक मॉडल कैनवास , वैल्यू प्रपोजिशन , ब्रांडिंग, मार्केटिंग, रिसोर्स जेनरेशन, स्टार्टअप एडवेंचर आदि पर भी विस्तार से चर्चा की गई एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया।

इस अवसर पर भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय के देवभूमि उद्यमिता नोडल डॉ. गुरजंत सिंह, आईएचएमएस कॉलेज आये डॉ. सुबोध केषटवाल , डॉ. सुप्रिया रतूड़ी तथा महाविद्यालय उद्यमिता केंद्र के सदस्य डॉ. मीनाक्षी वर्मा, डॉ. मुकेश रावत आदि ने कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय सहयोग दिया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रियंका अग्रवाल द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में महाविद्यालय की वरिष्ठतम प्राध्यापिका प्रोफेसर बसंतिका कश्यप, दर्शनशास्त्र विभाग विभाग प्रभारी प्रोफेसर आशा देवी, बी एड विभाग प्रभारी प्रभारी एवं चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर रमेश सिंह चौहान, रसायन विज्ञान विभाग प्रभारी डॉ. अभिषेक गोयल , वनस्पति विज्ञान विभाग प्रभारी प्रोफेसर राखी डिमरी, डॉ. जुनीष कुमार, डॉ. संदीप कुमार , डॉ. रिचा जैन, डॉ. संजय मदान, डॉ. जेसी भट्ट , डॉ. विनोद सिंह आदि प्राध्यापक मौजूद रहे।  बूट कैंप में अक्षित खंतवाल, हिमांशु नेगी, मोहित सैनी, विवेक सिंह नेगी, मो० मुदस्सिर, आध्या परिहार, अदिति, अमन प्रसाद , आदित्य सिंह, मो० फैजान, प्रियांशी रावत , रोहित कुमार, नबिया इदरीसी, अंजलि घिल्डियाल आदि छात्र-छात्राओं ने व्यवस्था बनाने एवं अन्य कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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