लालढांग चिलरखाल मोटर मार्ग, केंद्रीय विद्यालय, कण्वााश्रम का विकास, मेडिकल कॉलेज और कूड़ा निस्ता रण की मांग को लेकर राज्यपाल की ज्ञापन भेजा
सिद्धबली न्यूज डेस्क
कोटद्वार। लालढांग चिलरखाल मोटर मार्ग, केंद्रीय विद्यालय, कण्वााश्रम का विकास, मेडिकल कॉलेज और कूड़ा निस्ता रण की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बुधवार को जिलाध्यक्ष विनोद डबराल की अगुआई में कोटद्वार, यमकेश्वर, लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र के कोटद्वार के मालवीय उद्यान में एकत्रित हुए। यहां से तहसील तक कार्यकर्ताओं ने नारेबाज के साथ जुलूस निकाला। इसके बाद एसडीएम के माध्यिम से राज्यपाल को 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रेषित किया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार के सत्तासीन होते ही लालढांग- चिलरखाल मोटर जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में EPI एवं RBI- 81 का निर्माण कार्य प्रगति पर था। लेकिन भाजपा सरकार ने कार्यदाई संस्था बदलकर और उलझाव पैदा किया और न्यायालय में लचर पैरवी कर कार्य अवरुद्ध कर दिया। कहा कि कोटद्वार मेडिकल कालेज का कार्य पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भूमि और बजट व्यवस्था के साथ कार्य प्रारंभ था, चारदीवारी और ट्यूबवेल निर्माण हो चुका था लेकिन भाजपा सरकार ने स्वीकृति पेंच की राजनीति कर मेडिकल कालेज के निर्माण में अवरोध उत्पन्न किया है। आज केंद्रीय विद्यालय के लिए झंडीचौड कोटद्वार में भूमि उपलब्धता के बाद भी अनावश्यक भूमि विवाद को मुद्दा बनाकर जनता की लंबे समय की मांग उलझाया जा रहा है। पर्यटन स्थल के रूप में कण्वाश्रम को विकसित करने का पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के बजट उपलब्ध कराने के बाद भी सत्तासीन भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के प्रयास को आज रसातल पर पहुंचा दिया है। कहा कि सरकार के लचर पैरवी के चलते पार्किंग की मार झेल रहा कोटद्वार में मोटर नगर का निर्माण अधर में है, सरकार कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड बनाने में नाकाम साबित हुई है। विधानसभा क्षेत्रों कोटद्वार, लैंसडौन और यमकेश्वर में जहां चिकित्सकों की भारी कमी है वही स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुईं है। विधान सभा यमकेश्वर क्षेत्र में ‘बीन नदी पुल’ ‘सिंघठाली पुल’ का निर्माण और नैल बुधोली मार्ग के डामरीकरण का कार्य सरकार की कार्यप्रणाली के चलते लंबित हैं । उन्होंबने राज्यपाल से इन सभी अवरुद्ध विकास कार्यों को निस्तारण के लिए वर्तमान सत्तासीन सरकार को आवश्यक निर्देश देने की मांग की। चेताया कि मांग पूरी नहीं होने पर कांग्रेस पार्टी व्यापक स्तर पर आंदोलनात्मक कार्यक्रम चलाने के लिए बाध्य होगी।
इस अवसर पर जिलाध्यकक्ष विनोद डबराल, रंजना रावत (पूर्व प्रदेश महामंत्री), सुधा असवाल (महानगर अध्यक्ष) शहनाज शम्सी (प्रदेश सचिव) प्रीति सिंह, मधु शर्मा, हसीना बेगम, बीरेंद्र सिंह रावत, गोपाल सिंह गुसाईं, प्रेम सिंह पयाल, नरेंद्र सिंह नेगी, तीरथ सिंह रावत, कृष्ण चंद्र खंतवाल (पूर्वप्रधान) गोकुल सिंह नेगी, राजा आर्य, महावीर सिंह नेगी, विजय नेगी, महावीर सिंह नेगी, मनोज रावत, सूरबीर सिंह खेतवाल, प्रदीप नेगी, गबर सिंह रावत, प्रदीप नेगी, भीमेंद्र सिंह पवांर, जयश्री देवी, यशोदा देवी, अर्चना देवी, शकुंतला देवी, शकुंतला देवी, सरिता देवी, सुनीता देवी, रामेश्वरी देवी, हेमलता देवी, सूमा देवी आदि सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता सम्मिलित थे।