पाखरो: ED ने डॉ. हरक सिंह से 12 घंटे में पूछे 50 सवाल, दिया यह जवाब

पूर्व वन मंत्री डॉ. हरक सिंह बोले, देश मे जैसे आपातकाल की स्थिति

सिद्धबली न्यूज डेस्क

देहरादून। कार्बेट टाइगर रिजर्व की पाखरो रेंज में पेड़ों के अवैध कटान और निर्माण में अनियमितता के मामले में पूर्व वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत से प्रवर्तन निर्देशालय (ED) ने 12 घंटे पूछताछ की। हरक सिंह सुबह 10:30 पर ईडी कार्यालय में दाखिल हुए जबकि दिनभर पूछताछ करने के देर रात 10:30 पर उन्हें छोड़ा गया। इस दौरान ईडी ने प्रकरण के संबंध में 50 सवाल पूछे। इससे पूर्व 24 अगस्त को सीबीआई ने डॉ. हरक सिंह रावतको अपने देहरादून के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय में तलब कर घंटों पूछताछ की थी।

ईडी की देहरादून शाखा ने डॉ. हरक सिंह रावत को गत 28 अगस्त को नोटिस जारी कर सोमवार को पेश होने को कहा था। कार्बेट सफारी प्रकरण में सीबीआई ने अक्टूबर 2023 में मुकदमा दर्ज किया, जबकि दिसंबर 2023 में ईडी ने मामले में संज्ञान लिया था। ईडी फरवरी 2024 में पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत समेत उनके करीबियों और कई वन अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी भी कर चुकी है। आने वाले समय मे केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। अब फिर से कांग्रेस में शामिल हो चुके डॉ. हरक सिंह रावत इस सीट से संभावित उम्मीदवार माने जा रहे हैं। ऐसे समय में सीबीआई और ईडी की सक्रियता से हरक सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हजार से ज्यादा पेड़ों के कटान की बात सामने आई थी। मामले में दो आएफएस पर भी कार्रवाई की जा चुकी है।

डॉ. हरक सिंह रावत बोले, देश मे जैसे आपातकाल की स्थिति

ईडी ने लोकसभा चुनाव से पहले 7 फरवरी को हमारे घर पर छापा मारा था। इसके बाद मुझे 29 मार्च को बुलाया था। जैसे ही लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी घोषित हुए तो तब से बुलाना छोड़ दिया। ईडी के खिलाफ़ देश मे धरना प्रदर्शन किया गया। ईडी मुख्यालय के बाहर धरना देकर भाषण दिया तो केंद्र सरकार बैकफुट पर आई है। केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग हो रहा है। लोगों को जेल भेजा जा रहा है। जिन कानूनों के तहत आतंकवादियों व देशद्रोही को जेल भेजा जाना चाहिए, उन कानूनों के तहत आज विपक्ष के नेताओ को जेल भेजा जा रहा है। ऐसा माहौल देश में बन रहा है कि जैसे आपातकाल जैसी स्थिति बन गई है। पाखरो टाइगर सफारी बहुत अच्छा प्रोजेक्ट है ऐसे अच्छे प्रोजेक्ट के लिए कोई भी केंद्रीय एजेंसी मुझे जेल भेजना चाहे तो मैं जेल जाने को तैयार हूं। मैंने एक अच्छे उद्देश्य के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया। इससे कई लोगों को रोजगार मिलता।

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