सुहाग की निशानी होती है नथ

सिद्धबली न्यूज़ डेस्क

शादी के बाद महिलाएं नाक में नथ पहनना शुरू कर देती हैं। महिलाएं नथ को अपने सुहाग की निशानी  मानती हैंं। ऐसे में ज्यादातर लोग नथ (Nose ring) को फैशन से जोड़ कर देखने लगते हैं. लेकिन आपको बता दें कि नथ पहनने की वास्तविक वजह सिर्फ फैशन तक सीमित नहीं है. बल्कि महिलाओं के नाक में नथ पहनने के पीछे कुछ खास मान्यताएं भी शामिल हैं.

हिंदू धर्म में सदियों पहले से महिलाओं के नथ पहनने का रिवाज रहा है वहीं आजकल की मॉर्डन लाइफस्टाइल में भी शादी के बाद महिलाएं नाक में नथ पहनना पसंद करती हैं. हालांकि, नाक में नथ पहनने के बावजूद ज्यादातर महिलाएं नथ के महत्व से अंजान रहती हैं तो आइए हम आपको बताते हैं नाक में नथ पहनने की वजहों के बारे में.

सुहाग की पहचान
नाक में नथ पहनने को सुहाग की निशानी के रुप में देखा जाता है. यही कारण है कि जहां शादी में नथ के बिना दुल्हन का शृंगार अधूरा लगता है. वहीं शादी के बाद भी नथ पहनना महिलाओं के शृंगार का अहम हिस्सा बन जाता है.

नथ बाईं ओर ही क्यों पहनी जाती है?

ज्यादातर महिलाओं को नाक के बाई ओर नथ पहने हुए देखेंगे। मान्यता है कि नाक का बायां हिस्सा मासिक धर्म से जुड़ा होता है। नाक की दाई तरफ छोटी नथ पहनने से पीरियड्स कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

नथ पहनने के फायदे

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नथ स्त्री के वैवाहिक जीवन में मजबूती लाती है। शुभ अवसर पर नथ पहनने का शगुन है। माना जाता है कि इससे देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं और घर में बरकत बनी रहती है।

 

नोट–  नथ के एपीसोड को आप सभी ने पसंद किया, इसके लिए आपका धन्‍यवाद।  हमारा मनोबल भी बढा है। कल से सब्‍जी गरम कर के खाने के नुकसान और फायदे पर नया अध्‍याय शुरु करेंगे।
नवीनतम जानकारी के लिए देखते और पढते रहिए सिद्धबली न्यूूज

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