संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने चलाया स्वच्छता अभियान
सिद्धबली न्यूज डेस्क
कोटद्वार। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर भारत सरकार के सहयोग, युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए जल संरक्षण और स्वच्छता को समर्पित ‘प्रोजेक्ट अमृत’ स्वच्छ जल, स्वच्छ मन के तृतीय चरण का भव्य आयोजन आज सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इस महाअभियान में सैकड़ों सेवादल के महात्माओं और संगत महापुरुषों ने सेवा भाव से भाग लिया और जल संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया। इस अभियान का आयोजन खोह नदी, सिद्धबली के तट पर किया गया, जहां श्रद्धालु भक्तों ने न केवल सफाई अभियान में सहभागिता की, बल्कि जल संरक्षण और पर्यावरण स्वच्छता के महत्व पर जागरूकता भी फैलाई।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर निगम के महापौर श्री शैलेन्द्र सिंह रावत जी रहे, जिन्होंने निरंकारी मिशन के सेवा कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा,
“निरंकारी मिशन केवल आध्यात्मिक उत्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज सेवा में भी एक अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आज के समय में जल संरक्षण और स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं हो सकती। जब तक समाज के प्रत्येक नागरिक को इसमें सहभागी नहीं बनाया जाता, तब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सकता। संत निरंकारी मिशन के सेवादल और अनुयायी निस्वार्थ भाव से इस पवित्र अभियान में भाग ले रहे हैं, जो न केवल जल स्रोतों को स्वच्छ बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
जल संरक्षण और स्वच्छता का यह अभियान भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक अनमोल उपहार है।”
नगर आयुक्त वैभव गुप्ता ने भी मिशन का आभार प्रकट करते हुए कहा कि,”विगत कई वर्षों से संत निरंकारी मिशन नगर निगम के विभिन्न अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान देता आ रहा है और हमें पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में भी यह मिशन इसी सेवा भाव से समाज हित में कार्य करता रहेगा।”
आज के कार्यक्रम में संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने न केवल खोह नदी के किनारों की सफाई की, बल्कि स्थानीय लोगों को जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन की महत्ता के प्रति जागरूक किया। इस अभियान में युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे समाज में सेवा, समर्पण और सहयोग की भावना को बल मिला।
संत निरंकारी मिशन के प्रोजेक्ट अमृत ने केवल जल स्रोतों की सफाई तक सीमित न रहकर जल संरक्षण को एक जन आंदोलन का रूप देने का प्रयास किया है। इस अवसर पर मिशन के प्रतिनिधियों ने समाज से अपील की कि –
“साफ जल, स्वच्छ पर्यावरण और निर्मल मन—यही भविष्य की स्वस्थ जीवनशैली की नींव हैं। इस दिशा में हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।”
इस सफल आयोजन ने समाज में जल संरक्षण और स्वच्छता की आवश्यकता को लेकर एक नई चेतना जागृत की है। संत निरंकारी मिशन के इस अभियान ने यह सिद्ध किया कि जब सेवा और समर्पण के साथ कोई कार्य किया जाता है, तो समाज में सकारात्मक बदलाव निश्चित रूप से आता है। मिशन के अनुयायियों का यह प्रयास न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक अमूल्य योगदान साबित होगा।