कोटद्वार में आयोजित कार्यक्रम में वीर सैनिकों और वीर नारियों को किया सम्मानित
सिद्धबली न्यूज डेस्क
कोटद्वार। कोटद्वार में कांग्रेसियों ने भारत पाक युद्ध 1971 में भारतीय सैनिकों द्वारा पाकिस्तान को करारी शिकस्त देकर 93 हजार से अधिक सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कराने वाले बीर सैनिकों की बीरता को याद करते हुए एवं बीरगति को प्राप्त करने वाले अमर शहीदों के चित्र पर श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुए श्रृद्धाजंलि दी। साथ ही युद्ध लड़ चुके पूर्व सैनिकों और शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया।
गुरुनानक वेडिंग प्वाइंट में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कोटद्वार की प्रथम महिला महापौर हेमलता नेगी और विशिष्ट अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी रहे। दोनों ने इस मौके पर भारतीय सेना के साहस को याद करते हुए कहा कि 1971 की विजय केवल एक युद्ध की जीत नहीं थी, बल्कि यह हर भारतीय के गर्व और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।
कार्यक्रम में कई गौरव सेनानियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने जीवन का अमूल्य हिस्सा देश की सेवा में समर्पित किया। *महापौर श्रीमती हेमलता नेगी जी और पूर्व मंत्री श्री सुरेन सिंह नेगी जी* ने उन्हें शॉल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। सम्मानित सैनिकों ने अपने अनुभव साझा किए और भारतीय सेना के अनुशासन और वीरता का संदेश दिया।
हेमलता नेगी ने अपने संबोधन में कहा, “यह दिन हमें उन वीर जवानों के अदम्य साहस की याद दिलाता है जिन्होंने हमारे देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।” वहीं, आदरणीय श्री *सुरेन्द्र सिंह नेगी जी* ने कहा, “भारतीय सेना के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। हमें गर्व है कि हमारे सैनिकों ने दुनिया में भारत की ताकत और सम्मान को स्थापित किया।”संचालन शूरवीर खेतवाल जी ने किया।
कार्यक्रम में महा नगर अध्यक्ष संजय मित्तल, प्रवीन रावत, गीता नेगी, बृजपाल सिंह नेगी, सुदर्शन रावत, महावीर सिंह रावत, गणेश नेगी, चंद्रमोहन खर्कवाल, कमल बिष्ट,जानकी बुडाकोटी, शहनाज शमशीर, आशा चौहान, बीना नेगी, सूरज कांति, सोनिया नेगी, नईम अहमद, प्रीति देवी, कमलेश्वरी देवी, गीता सिंह, राजीव कपूर, विजय, नन्दन सिंह, आलम सिंह रावत, जितेन्द्र सिंह बिष्ट, पापेंद्र सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह रावत, उम्मेद सिंह नेगी, सूरज प्रकाश शाह, प्रदीप नेगी, मानशेर सिंह सैनी, अहसान आलम, राजेंद्र गुसाईं, सूरमान सिंह नेगी, दिलबर सिंह नेगी, चंद्रमोहन मोहन नेगी, विजय पाल नेगी, भगतमोहन, होशियार सिंह बिष्ट, केशर सिंह बिष्ट, क्रिश चंद मदवाल, रंजीत सिंह, अनिल वर्मा, हिम्मत सिंह नेगी, विनोद नेगी, गोविंद, देवेंद्र सिंह नेगी, आनंद, अरुण, शैलेन्द्र सिंह, बलबीर पुंडीर, सुरेन्द्र, सदानंद, विनय गुसाई, गब्बर सिंह, आनंद सिंह रावत, विद्या देवी, सीता देवी, देवेंद्र नैथन, योगेंद्र बिष्ट, भीमेंद्र, राजन चार्ल्स और भारी संख्या में कांग्रेस जन शामिल हुए।
उधर, जिला कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्ष विनोद डबराल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश की पहली महिला प्रधानमंत्री स्व.इन्दिरा गांधी के कुशल मार्गदर्शन में 16 दिसंबर 1971 को भारत के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत अरोड़ा की उपस्थिति में पाकिस्तान के जनरल ए.ए.के. जियाजी ने भारतीय सेना से परास्त होकर 93 हजार से अधिक सैनिकों के आत्मसमर्पण वाले दस्तावेज में हस्ताक्षर किए। पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटाने वाला यह विजय युद्ध 03 दिसंबर से 16 दिसंबर के अल्पकाल तक चला, इस युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े किए गए और बंग्लादेश का निर्माण हुआ, यह युद्ध “विजय दिवस” से भारत का नाम विश्वपटल के इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गया।
जिलाध्यक्ष विनोद डबराल की अगुआई में आयोजित कार्यक्रम में बलबीर सिंह रावत, बीरेंद्र सिंह रावत, प्रेम सिंह पयाल, विनोद रावत प्रधान, गोकुल सिंह नेगी, कै. शैलेन्द्र सिंह, महाबीर सिंह नेगी, मनोज रावत, पूर्व पार्षद सूरज प्रसाद कांति, संदीप सिंह रावत, राजीव जखमोला, प्रदीप नेगी, कृपाल सिंह नेगी विमल बिष्ट, आसिफ हुसैन, भीमेंद्र पवांर, जावेद, पदमेंद्र रावत, मनोज नेगी आदि ने विचार व्यक्त किए।