सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल में ” नशा जीवन की दुर्दशा ” विषय पर आयोजित की गई संगोष्ठी
सिद्धबली न्यूज डेस्क
कोटद्वार। सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल और लोक साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच की ओर से “नशा जीवन की दुर्दशा” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को नशा के प्रति जागरुक किया गया।
शनिवार को पदमपुर स्थित विद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ॠतु खंडूड़ी भूषण, एजुकेशन सोसाइटी ऑफ द डायसिस ऑफ बिजनौर के अध्यक्ष बिशप विनसेंट नेल्लाईपरबिल और लोक साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष सत्यप्रकाश थपलियाल ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर छात्र –छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर डायसिस ऑफ बिजनौर के अध्यक्ष बिशप विनसेंट की ओर से दिव्यांग स्कूल को एक बोलेरो वाहन भेंट किया गया। विशप ने विधानसभा अध्यक्ष ॠतु खंडूड़ी और समाजसेवी सत्यप्रकाश थपलियाल को सम्मानित किया।
अपने संबोधन में बिशप विनसेंट नेल्लाईपरबिल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए छात्रों को नशा जैसी समाजिक बुराई से दूर रहने की अपील की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी ने अपने संबोधन में छात्र- छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि नशा शरीर को खोखला कर देता है, नसे से दूर रहकर अपने जीवन को आबाद करें बर्बाद नहीं। विधानसभा अध्यक्ष ने छात्र-छात्राओं को पोक्सो एक्ट की भी जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं के साथ छात्रों को संस्कार देने की अवश्यकता पर जोर दिया। कहा कि स्कूल से ही छात्र महिलाओं का सम्मान करना सीखेंगे तो पोक्सो जैसे कानून की जरुरत नहीं पड़ेगी।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता समाजसेवी सत्यप्रकाश थपलियाल ने कहा कि नशे के कारण समाज में विकृतियां उत्पन्न हो रही हैं। बुरी संगत में रहने से मनुष्य का पतन हो जाता है, वह चरित्रहीन हो जाता है, जिसका खामियाजा समाज को भुगतना पड़ रहा है। नशे का सेवन प्रांण घातक है, एक बार नशे की तल लग गई तो पिर दूर नहीं होती है। यह नशा हमारे जीवन में मित्र बनकर आता है, और जीवन तबाह कर जाता है, इसलिए इससे दूर रहने की जरुरत है।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक फादर जार्ज थेक्कुमचरिल, प्रधानाचार्य सिस्टर लिनिट, लोक साहित्य एवं सांस्कृतिक मंच के सचिव विजयपाल सिंह रावत, दिव्यांग स्कूल की संचालिका कविता मलासी सहित विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।