रुद्रप्रयाग में पकड़ा गया फर्जी न्यायिक अधिकारी, पुलिस ने किया केस दर्ज
सिद्धबली न्यूज डेस्क
देहरादून। बिहार का एक फर्जी IPS अफसर इन दिनों खूब सुर्खियों में है। इन महाशय का वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसी तरह का एक मामला उत्तराखंड में भी सामने आया है। रुद्रप्रयाग थाना पुलिस एक महिला व पुरुष को पकड़ा है जोकि खुद को न्यायिक अधिकारी बता रहा था। रौब झाड़ने के लिए उसने कार पर हूटर और वाहन पर उत्तर प्रदेश शासन लिखा हुआ था।
22 सितंबर को जिला नियंत्रण कक्ष रुद्रप्रयाग के माध्यम से थाना गुप्तकाशी को एक वाहन जिस पर हूटर, फ्लैशलाइट, राष्ट्रीय ध्वज तथा उत्तर प्रदेश शासन लिखा हुआ है। इस वाहन में बैठा व्यक्ति खुद को उत्तर प्रदेश का न्यायिक सेवा का अधिकारी बताते हुए राजकीय सेवाओं का लाभ लेने की सूचना प्राप्त हुई। इस सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए थाना गुप्तकाशी पुलिस की ओर से सभी मुख्य मार्गों तथा वैकल्पिक मार्गों पर नाकाबन्दी कर चैकिंग शुरू कर दी। चेकिंग के दौरान कार फाटा की ओर से मुख्य बाजार गुप्तकाशी में आती दिखी। वाहन को रुकवाकर चैक किया गया तो वाहन में एक पुरुष तथा एक महिला सवार मिले।
पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो दोनों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया। वाहन की तलाशी लेने पर इसमें एक काला कोट व कार पर लगाने वाला राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा तथा एक बैग के अन्दर रखे 17 एन्ड्रायड मोबाइल फोन बरामद हुए। सख्ती से पूछताछ करने पर व्यक्ति ने अपना नाम अविनाश मोहन गुप्ता बताया गया जोकि स्वयं को उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा का लोक सेवक बता रहा था। इसके अलावा न्यायिक सेवा की पोशाक का प्रयोग कर वाहन पर उत्तर प्रदेश शासन लिखवाकर अवैध रूप से फ्लैशर लाइट व हूटर लगाकर सरकारी सेवाओं का लाभ लेने का प्रयास कर रहा है।वहीं महिला ने अपना नाम ज्योति दुबे बताया। दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस ने तत्काल दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ थाना गुप्तकाशी में मुकदमा दर्ज किया।