सिद्धबली न्यूज डेस्क
अमरुद को डाइजेशन के लिए बेहतरीन फल माना जाता है। लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने पर पेट खराब हो सकता है। इससे डायरिया भी होता है। अमरुद की जिस वैरायटी में बीज अधिक हो उसे खाने से परहेज करना चाहिए। एक अमरुद में 100 से लेकर 500 बीज हो सकते हैं।
विशेषज्ञ बताते हैं कि अमरूद का बीज आसानी से नहीं पचता। जब कोई अधिक संख्या में कच्चा अमरूद खाता है तो अपच हो सकती है, पेट खराब हो सकता है। कुछ लोग एक के बाद एक कई कच्चा अमरूद खा जाते हैं। चूंकि बीज के पचने में समय लगता है इसलिए पेट दर्द, पेट में ऐंठन, मरोड़ होने लगता है। इसलिए ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से बचना चाहिए। साथ ही ध्यान रखें कि अमरुद ज्यादा कच्चा न हो।
तनाव में हैं तो एक अमरुद खा लीजिए
अमरूद को ‘ब्रेन फ्रूट’ भी कहा जाता है। इसमें केले से भी ज्यादा पोटैशियम होता है। चूंकि पोटैशियम अधिक होने से ब्लड प्रेशर कम होता है इसलिए इसका असर हमारे ब्रेन पर पड़ता है। अमरूद खाने पर हमारे ब्रेन में डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है इसलिए इसे खाने पर आप अच्छा महसूस करते हैं। डाइटीशियन डॉ. कल्पना शर्मा बताती हैं कि अमरूद में पोटैशियम अधिक होने से पेट में एसिड कम बनता है।
प्रेग्नेंसी में अमरूद सुपरफूड है
अमरूद को सुपर फूड कहा गया है। प्रेग्नेंसी में अमरूद खाने से कई तरह के न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। अमरुद में फॉलिक एसिड भरपूर मात्रा में होती है। फॉलिक एसिड न केवल मां के लिए बल्कि बच्चे की ग्रोथ के लिए भी जरूरी है। अमरूद में विटामिन A, C और K की भरपूर मात्रा होने के साथ मिनरल्स और दूसरे न्यूट्रिएंटस होते हैं। इसे खाने से मां और बच्चे दोनों का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। विटामिन और कई तरह के मिनरल्स होने की वजह से ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को अमरूद खाना चाहिए।
नोट – फायदेमंद अमरूद विषय पर भाग तीन कल प्रकाशित होगा
साभाार
नरेश थपलियाल