बच्चों ने समर कैंप में सीखे गीत-संगीत, योग और ध्यान
सिद्धबली न्यूज डेस्क
कोटद्वार। शिब्बूनगर स्थित एमकेवीएन इंटरनेशनल स्कूल में ‘‘एमकेवीएन एजूकेशनल ग्रुप’’ द्वारा बच्चों के लिए 09 दिवसीय समर कैम्प का रंगारंग आगाज हो गया।
एमकेवीएन इंटरनेशनल स्कूल के विद्यालय सभागार में विद्यालय के कार्यकारी निदेशक मंयक प्रकाश कोठारी की उपस्थिति में समर कैम्प का शुभारंभ विद्यालय की सेंटर हैड वीना बलूनी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। 09 दिनों तक चलने वाले इस समर कैम्प का मुख्य उददेश्य बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास को विकसित करना है। जिसमें बच्चे विभिन्न प्रकार के खेलों एवं क्रियाकलापों के माध्यम से नई-नई चीजों को सीखेंगे व ये सभी स्किल आने वाले दिनों में उनके जीवन के लिए उपयोगी होंगे। गुरू वंदना, गायत्री मंत्रोचारण आदि के उपरांत विद्यालय की डांस टीचर साक्षी अग्निहोत्री ने बच्चों को ‘जुम्बा’ के माध्यम से स्ट्रेचिंग करने के बारे में बताया जुम्बा को करने के लिए फिजिकल क्लास और ट्रेनर की आवश्यकता होती है। इसी क्रम में ‘बुकमार्क मेकिंग ऐक्टिीविटी’ के माध्यम से बच्चों को फूल एवं पत्तियों को बनाकर उन्हें अपनी डायरी या अन्य किसी जरूरी दस्तावेजों पर लगाने के बारे में सिखाया गया। बच्चों को डांस के माध्यम से उनमें छुपी हुई कला को उभारने का प्रयत्न किया गया। दिन के दूसरे भाग में बच्चों ने विद्यालय के संगीत शिक्षक श्री संजीव कुमार मैसी के सानिध्य में सिंगिंग के माध्यम से अपने भाव को सबके सम्मुख रखा। इसी क्रम में ‘स्टिक पेपर मेकिंग’ के द्वारा रंग-बिरंगे कागज के माध्यम से विभिन्न प्रकार के डिजाइन बनाए। शारीरिक शिक्षिका दिव्या ध्यानी ने ‘ध्यान एवं योगासन’ ने बच्चों को शारीरिक एवं मानसिक शक्ति को बढ़ाने एवं आसन किस प्रकार रोगों से उनको बचाने मे मददगार होते है इस विषय में बताया। इसी क्रम में ममता नेगी, सोनम जखमोला एवं संगीता भट्ट मैम द्वारा बच्चों को पेपर के माध्यम से सुन्दर सुन्दर पेड़ों को बनाना सिखाया गया। विद्यालय की कचंन व आरीफा टीचर के द्वारा बच्चों को उत्तराखण्ड की मशहुर ‘ऐपन आर्ट’ के माध्यम से रंगोली बनाने की कला सिखाई गयी। पूजा भारद्वाज एवं श्वेता गोयल द्वारा ‘फन विद साइंस’ ऐक्टिविटी के माध्यम से बच्चों में विज्ञान के प्रयोगों को खेल-खेल में रोचक एवं मजेदार बना दिया। समर कैम्प में बच्चों ने समूह में बैठकर साथ मे भोजन ग्रहण किया, जिसका उददेश्य बच्चों में एकता के साथ प्रेम-भाव एवं सौहार्द की भावना को बढ़ावा देना है। साथ ही बच्चों को विद्यालय के संगीत शिक्षक संजीव मैसी द्वारा वाद्य यंत्रों के साथ संगीत (इंस्ट्रूमेंटल एवं वोकल) की तालीम दी गई।
विद्यालय की शिक्षिका शोभा रावत द्वारा ‘श्लोक वाचन’ किया गया जिसे बच्चों ने भी मिलकर दौहराया। वही ‘बैलून रेस’ जैसे खेलांे के माध्यम से बच्चों ने खूब मजे किए। विद्यालय की ममता नेगी, कल्पना, सोनम जखमोला एवं संगीता भट्ट द्वारा बच्चों को ‘फलाॅवर विद इयरबड’ के माध्यम से पेंटिंग करना सिखाया गया जिसमें रूई के माध्यम से चित्रों में रंग भरना सिखाया गया जिससे बच्चों ने बड़ी सुन्दर-सुन्दर पेंटिंग बनाई। इसी क्रम में ‘ओरिगामी फिश ऐक्टिीविटी’ के माध्यम से रंग-बिरंगे कागजों के द्वारा बच्चों ने मछली की सुन्दर-सुन्दर आकृतियों को बनाना सीखा। गुजरात की ‘लिप्पन लोक कला’ जो देश-विदेश में बहुत प्रसिद्ध है उसे बच्चों को सिखाया गया जिसमें बच्चों ने मिट्टी के माध्यम से दीवारों पर विभिन्न प्रकार की कारीगरी कर उसे सुन्दर एवं मनमोहक बना दिया। इसी क्रम में बच्चों के मनोरंजन के लिए ‘पपेट शो’ का आयोजन किया गया पपेट शो के माध्यम से विभिन्न प्रकार के पपेट के द्वारा कहानियों को बताया गया जिसमें बच्चों ने बहुत ध्यानपूर्वक देखा। इसी क्रम में विद्यालय की ताईक्वांडो टेªनर शुल्भा द्वारा ताईक्वांडों की तकनीक बच्चों को भी सिखाया जा रहा है वहीं आउटडोर एवं इंडोर गेम्स को भी खिलाए जा रहे हैं जिनका बच्चों ने खूब आनंद लिया।
इस अवसर पर विद्यालय के कार्यकारी निदेशक मयंक प्रकाश कोठारी ने समर कैम्प मे आये हुए बच्चों को नये क्रियाकलापों को सीखने एवं उनसे अपने जीवन मे कुशल बनने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया कि समर कैम्प में आने वाले दिनों में समरकैम्प में प्रतिभाग कर रहे बच्चे के लिए नए-नए खेल एवं प्रतियोगिताओं जैसे क्ले मोल्डिंग, आदि का आयोजन किया जायेगा जिससे उनमें आत्मविश्वास, स्वतंत्रता, सामाजिक कौशल, नेतृत्व कौशल और शारीरिक फिटनेस विकसित हो सके।
इस अवसर पर शिक्षिका आरीफा, ममता नेगी, सोनम जखमोला, संजीव मैसी, मंजु असवाल, मीनाक्षी बडथ्वाल, शिप्राश्री, कंचन नेगी, साक्षी अग्निहोत्री, श्वेता गोयल शुल्भा, नरेश कुमार आदि उपस्थित रहे।