IHMS कालेज कोटद्वार में अंतरराष्‍ट्रीय सम्‍मेलन का हुआ शुभारंभ

देश विदेश के शोधकर्ताओं ने प्रस्तुत किए अपने शोध

सिद्धबली न्यूज डेस्क

कोटद्वार। इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट एंड साइंसेज (आईएचएमएस) कालेज की ओर से आयोजित अंतरराष्‍ट्रीय सम्‍मेलन समारोह पूर्वक शुरु हो गया। देश विदेश के शोधकर्ताओं ने उद्योग और शिक्षा जगत में डिजिटल परिवर्तन की प्रगति विषय पर अपने शोध प्रस्‍तुत किए।

 

बृहस्‍पतिवार को कालेज के सभागार में आयोजित अंतरराष्‍ट्रीय सम्‍मेलन का बतौर अतिथि भारत इलेक्‍ट्रोनिक्‍स लिमिटेड (बीईएल) के महाप्रबंधक अंबरीश त्रिपाठी, देव संस्‍कृति विश्‍वविद्यालय हरिद्वार के डीन प्रोफेसर अभय सक्‍सेना और कालेज के एमडी बीएस नेगी ने लॉट सुबेदार मेजर बलभद्र सिंह नेगी की प्रतिमा पर मल्‍यापर्ण कर और दीप प्रज्‍जवलित कर शुभारंभ किया। अपने संबोधन में बीईएल के महाप्रबंधक त्रिपाठी ने उद्योग और शिक्षा जगत में डिजिटल परिवर्तन की प्रगति विषय पर सम्‍मेलन कराने के लिए कालेज प्रबंधन की प्रसंशा की। उन्‍होंनें कहा कि उद्योग और शिक्षा जगत में डिजिटल परिवर्तन समय की मांग है। उद्योग की बात करें तो बीईएल में रक्षा मंत्रालय से संबध सामान तैयार किया जाता है, लेकिन आने वाला समय गोली बारूद का नहीं है। अब डिजिटल परिवर्तन के रुप में ड्रोन हथियार आ गए हैं। जो कि देश की रक्षा के लिए चुनौती बने हुए हैं। इसलिए उद्योग जगत को डिजिटाइजेशन करने के लिए सबसे पहले इसकी बेहतर शिक्षा का होना जरुरी है। प्रोफेसर अभय सक्‍सेना ने छात्र- छात्राओं से डिजिटल में महारथ हासिल कर से मेहनत और लगन के साथ कार्य करते हुए अपने परिवार, कॉलेज, प्रदेश और देश का नाम रोशन करने और शोधकर्ताओं से समाज और देश के हित में इस विषय की गहराइयों में जाकर शोध करने की अपील की। इस अवसर पर कॉलेज की स्मारिका का विमोचन किया गया। कॉ‍लेज के एमडी बीएस नेगी, ईडी अजय राज नेगी और डायरेक्‍टर एडमिन कर्नल बीएस गुसाई (सेनि) ने अ‍तिथियों को स्‍मृति चिन्‍ह देकर सम्‍मानित किया।

 

सम्‍मेलन में डायरेक्‍टर एकेडमिक डॉ. अश्‍वनी शर्मा, डिग्री कालेज कण्‍वघाटी के प्रोफेसर अनुराग शर्मा, जन संपर्क अधिकारी नरेश थपलियाल, कंप्‍यूटर साइंस विभागाध्‍यक्ष अनुराग सेमवाल, मैनेजमेंट विभागाध्‍यक्ष सुरेंद्र जगवान, होटल मैनेजमेंट विभागाध्‍यक्ष पंकज कुकरेती सहित सभी प्रध्‍यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन असिस्‍टेंट प्रोफेसर ममता ने किया।

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