– आईएचएमएस में आयोजित की गई मोबाइल कंप्यूटिंग कार्यशाला
सिद्धबली न्यूज डेस्क
कोटद्वार। इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट एंड साइंसेज (आईएचएमएस) के कंप्यूटर साइंस विभाग की ओर से आयोजित कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को मोबाइल के उपयोग से लाभ और हानि की जानकारी दी गई।
मंगलवार को बलभद्रपुर स्थित संस्थान के सभागार में आयोजित कार्यशाला में प्राध्यापक मानसी बडथ्वाल ने छात्र-छात्राओं को मोबाइल कंप्यूटिंग की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मोबाइल कंप्यूटिंग एक तकनीकी योजना है, जिसमें पोर्टेबल डिवाइसेज़ (जैसे स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप) का उपयोग करके डेटा एक्सेस, संचार, और विभिन्न आईटी सेवाओं का उपयोग किया जाता है। यह तकनीकी योजना उपयोगकर्ताओं को किसी भी समय और किसी भी स्थान से डेटा और सेवाओं का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करती है। मोबाइल कंप्यूटिंग में, उपकरणों को वायरलेस नेटवर्क के माध्यम से जोड़ा जाता है और उन्हें इंटरनेट, ईमेल, सोशल मीडिया, एप्लिकेशन, और अन्य सेवाओं का उपयोग करने की सुविधा प्राप्त होती है। मोबाइल कंप्यूटिंग के विकास से, उपयोगकर्ताओं को स्वतंत्रता और गतिशीलता का अनुभव होता है, जिससे उनकी प्रोडक्टिविटी और संचार क्षमता में सुधार होती है।
उन्होंने कहा कि मोबाइल के नेटवर्क 5जी के आने से जहां पर इंटरनेट फास्ट हुआ है, वहीं इससे निकलने वाली तरंगों से पक्षी मर रहे हैं, यह तरंगे मानव जीवन के लिए भी घातक हैं। उन्होंने छात्र- छात्राओं से अधिक समय तक मोबाइल का प्रयोग नहीं करने और उसका उपयोग मात्र शिक्षा के लिए करने की अपील की।
इस अवसर पर संस्थान के पीआरओ नरेश थपलियाल, प्राध्यापक श्रेया चंदोला, आशुतोष वशिष्ठ, संदीप आर्य आदि मौजूद रहे।