साथी ड्राइवर के साथ की थी लूट, पुलिस ने सहारनपुर से दबोचा
सिद्धबली न्यूज डेस्क
देहरादून। नशे की पूर्ति के लिए एक लैब असिस्टेंट और उसके साथी ने एक बुजुर्ग की सोने की चेन लूट ली। बुजुर्ग की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को सहारनपुर यूपी से गिरफ्तार किया है। आरोपी सहारनपुर के जल संस्थान में लैब असिस्टेंट है जबकि दूसरा ड्राइवरी का काम करता है। नशे की पूर्ति के लिए दोनों ने लूट की घटना को अंजाम दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि हरि सिंह शाह निवासी नेहरू कालोनी ने थाना नेहरू कालोनी में तहरीर दी कि 23 जून की सुबह उनकी माता बसंती देवी दूध लेने के लिए गई थी। वापस आते समय घर से 50 मीटर की दूरी पर बाइक पर सवार दो बदमाशों ने उनके गले से चेन लूट ली और फरार हो गए। इस मामले में नेहरू कालोनी थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश की गई। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पता चला कि बदमाशों ने जिस बाइक का घटना में इस्तेमाल किया उसकी नंबर प्लेट मुड़ी हुई थी। ऐसे में पुलिस के लिए बदमाशों तक पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं था।
थानाध्यक्ष मोहन सिंह की देखरेख में अलग-अलग टीमें गठित की गई। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पता चला कि बदमाश आशारोड़ी होते हुए सहारनपुर की तरफ भागे, ऐसे में 23 जून की रात को ही पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ के लिए सहारनपुर में डेरा डाल दिया। 26 जून को जांच के बाद पुलिस ने आरोपित शुभम मिश्रा निवासी हनुमान नगर बेहट रोड कोतवाली देहात जनपद सहारनपुर और गौतम कुमार निवासी कृष्ण कुंज कालोनी भगत सिंह रोड थाना देहात कोतवाली सहारनपुर यूपी को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से चेन बरामद कर ली।
एसटीपी में लैब असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है आरोपित शुभम
पूछताछ में आरोपित शुभम मिश्रा ने बताया कि वह जल संस्थान सहारनपुर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीएफ) मे लैब असिस्टेंस के पद पर कार्य करता है और गौतम कुमार उसका दोस्त हैं, जोकि ड्राइवरी का कार्य करता है। वह दोनों स्मैक व शराब पीने के आदी हैं। नशे की लत के कारण दोनों के ऊपर काफी कर्जा हो गया था। नशे की लत पूरी करने और कर्ज उतारने के लिए दोनों ने चेन लूट की वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई। योजना के तहत 23 जून को दोनों शुभम की मोटरसाइकिल से सहारनपुर से देहरादून आए और शहर में रेकी करने लगे। नेहरु कालोनी में उन्हें एक वृद्ध महिला के गले में सोने की चेन दिखाई दी तो उन्होंने बुजुर्ग को निशाना बनाते हुए उसके गले से चेन लूटी और फरार हो गए।
पिता की मृत्यु के बाद शुभम को मिली नौकरी
थानाध्यक्ष नेहरू कालोनी मोहन सिंह ने बताया कि आरोपित शुभम के पिता की पांच साल पहले मृत्यु हो गई थी। वह जल संस्थान में नौकरी करते थे। उनकी मृत्यु के बाद तीन साल पहले शुभम को लैब असिस्टेंट की नौकरी मिली थी। शुभम घर का इकलौता है, और पढ़ा लिखा है, ऐसे में उसे नौकरी मिली। नशे की लत में पड़ने के कारण नौकरी होने के बावजूद उसने लूट की घटना को अंजाम दिया। दोनों आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।